ले पंगा न्यूज डेस्क, अशोक योगी। अलवर गैंगरेप केस की जांच में लापरवाही बरतने के मामले को लेकर राजस्थान सरकार ने जांच के आदेश दिए है। इस आदेश के तहत एसपी से लेकर थानेदार तक सब की जांच की जाएगी। मामले की जांच में लापरवाही क्यों हुई थी इसकी सरकारी जांच करने के आदेश दिए गए हैं। जांच के बाद प्रशासन को 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंपनी होगी। इधर, डीजीपी कपिल गर्ग ने कहा कि प्रकरण में पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। जल्द चालान पेश होगा। वहीं सरकार ने देशमुख परिस अनिल को अलवर का नया एसपी लगाया है। वे पहले एटीएस में एसपी थे।

जबरदस्ती जयपुर बंद करने की अनुमति नही, शांतिपूर्वक बात रखने का है अधिकार
अलवर के थानागाजी गैंगरेप के मामले को लेकर शुक्रवार को भीम सेना, भीम आर्मी व कई अन्य सामाजिक संगठनों ने जयपुर बंद का आह्वान किया है। एक संगठन से जुड़े रोशन मुंडोतिया ने बताया कि बंद का आह्वान किया गया है। शुक्रवार सुबह सभी रामनिवास बाग पर एकत्रित होंगे। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर का बंद का मैसेज तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने भी अपनी ओर से पूरी तैयारी कर ली है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा का कहना है कि जबरदस्ती जयपुर बंद करने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी। शांतिपूर्वक बात रखने का सबको अधिकार है।
बीजेपी ने बताया इस घटना को राज्य सरकार पर कलंक
गौरतलब है कि राजस्थान के अलवर जिले के थानागाजी इलाके में पति के सामने पत्नी से गैंगरेप करने और घटना का वीडियो वायरल करने के मामले के छठे आरोपी को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया है। राजस्थान में विपक्षी पार्टी बीजेपी ने राज्यपाल से इस घटना में दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने की मांग की थी। वहीं बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी के कहा कि यह घटना राज्य सरकार पर कलंक है। इसके साथ ही बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि यह गंभीर मामला है। आखिर लोकसभा चुनाव के दौरान किसने इस मामले को दबाने के निर्देश दिए।
