ले पंगा न्यूज। देवेन्द्र कुमार। बहुजन समाजवादी पार्टी की प्रमुख मायावती ने हाल ही में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि सब कुछ ठीक रहा तो वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगी और प्रधानमंत्री भी बन सकती हैं। मायावती के इस बयान के आने के दो दिन बाद ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस पर मुहर लगाते हुए कहा था कि मैं भी मायावती को प्रधानमंत्री बनते हुए देखना चाहता हूं।
2019 के लोकसभा चुनाव के दो चरण शेष रह गए हैं। पांच चरणों के बाद अब छठे और सातवें चरण की वोटिंग बाकी है। इन चरणों में 12 और 19 मई को चुनाव होंगे। 12 और 19 मई को होने वाले चुनावों में सबकी नजरें यूपी पर हैं। देश में सबसे ज्यादा सांसद उत्तर प्रेदश से चुनकर जाते हैं। बीजेपी और महागठबंधन के बीच यूपी में कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। ऐसे में भाजपा लगातार पूछ रही है कि विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन है। वहीं सपा-बसपा गठबंधन ने कई बार यह जाहिर करने की कोशिश की है कि विपक्ष का प्रधानमंत्री उम्मीदवार इसी गठबंधन से हो सकता है। यूपी में सपा-बसपा के साथ रालोद भी है।
अखिलेश ने मुंबई के एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘गठबंधन होने के बाद मुझे उनके बारे में जानने का काफी मौका मिला है, मैंने उनमें काफी अच्छाईयां भी देखी हैं। वह काफी अनुशासित हैं और मुझसे अनुभवी भी हैं।’ अखिलेश ने कहा, ‘उनके और हमारे बीच में एक जनरेशन गैप है, उन्हें प्रधानमंत्री बनता देख मुझे खुशी होगी, इसके लिए मैं पूरी मेहनत करने के लिए भी तैयार हूं। और वह भी मुझे उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री देखने के लिए तैयार हैं।’
यादव की इस बात से सीधा मतलब यह निकलता है कि वो मायावती को पीएम बनाने के लिए मेहनत कर रहे हैं। तो मायावती आने वाले समय में यादव को सीएम बनाने के लिए मेहनत करेगी।